CTET Exam Cancelled : सीटेट परीक्षा होगी निरस्त 20 अगस्त को सीटेट परीक्षा को लेकर सीबीएसई जल्द ले सकता है कोई बड़ा फैसला

CTET Exam Cancelled : सीटेट परीक्षा होगी निरस्त 20 अगस्त को सीटेट परीक्षा को लेकर सीबीएसई जल्द ले सकता है कोई बड़ा फैसला

CTET Exam Cancelled

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा सीटेट 2023 परीक्षा की तिथियों का ऐलान सीबीएसई की तरफ से पहले ही किया जा चुका है सीबीएसई ने इस बार सीटेट परीक्षा को ऑनलाइन से ऑफलाइन मोड में आयोजित कराने का बड़ा फैसला लिया है इस बार यह परीक्षा 20 अगस्त को पूरे भारत में एक साथ आयोजित करने का सीबीएसई ने बड़ा फैसला लिया था जिसको लेकर अब यह शंका जताई जा रही है कि सीबीएससी इस परीक्षा का आयोजन 20 अगस्त को करा पाएगा या नहीं इसके पीछे जो मुख्य वजह बताई जा रही है वह सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सुनाया गया जजमेंट है

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा सीटेट परीक्षा में इस बार बीएड अभ्यर्थियों ने भी आवेदन किया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट आने के बाद सीटेट प्राथमिक का सर्टिफिकेट  पूरी तरह से निरस्त हो गया है जिसके बाद बीएड अभ्यर्थियों का अब सीटेट प्राइमरी का सर्टिफिकेट और रिजल्ट अमान्य घोषित कर दिया गया है इसके बाद सीबीएसई सीटेट एडमिट कार्ड जारी करने को लेकर फिर से तैयारियां शुरू कर सकता है क्योंकि सीबीएससी ने छात्रों के प्री एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं लेकिन सीबीएसई को दोबारा से फिर एडमिट कार्ड जारी करना पड़ेगा क्योंकि बीएड अभ्यर्थी प्राइमरी सीटेट के लिए पूरी तरह से अमान्य घोषित कर दिए गए हैं इस वजह से सीटेट परीक्षा की तिथियों में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है 

सीबीएसई की तरफ से अभी तक किसी भी प्रकार की परीक्षा तिथियों में बदलाव को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है लेकिन विभिन्न मीडिया सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगर सीबीएसई परीक्षा तिथियों में बदलाव करता है तो इसकी घोषणा सीबीएससी की आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पब्लिक नोटिफिकेशन के माध्यम से जल्द कर दी जाएगी

सीटेट सर्टिफिकेट हुआ रद्दी

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा सीटेट परीक्षा का आयोजन सीबीएसई हर वर्ष करवाता है जिसमें सीबीएसई छात्रों से प्राइमरी में अध्यापक बनने के लिए तथा जूनियर में अध्यापक बनने के लिए दो परीक्षाओं का आयोजन करता है इन परीक्षाओं में सीबीएसई ने बीएड अभ्यर्थियों को भी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए पात्र माना था इसकी मुख्य वजह जो बताई गई थी वह था एनसीटीई 2018 का गजट जिसमें एनसीटीई ने बीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका प्रदान किया था जिस वजह से लाखों बीएड अभ्यर्थी प्राइमरी सीटेट परीक्षा के आवेदन में शामिल हुए थे लेकिन 11 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने B.ed और बीटीसी मामले की सुनवाई करते हुए अंतिम फैसला जारी कर दिया जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने बीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती से पूरी तरह बाहर कर दिया जिसके बाद अब बीएड अभ्यर्थियों के सीटेट प्राइमरी के सर्टिफिकेट पूरी तरह से रद्दी कागज के टुकड़े के समान हो गए हैं 

सुप्रीम कोर्ट में बीएड और बीटीसी को लेकर क्या था पूरा मामला

B.ed और बीटीसी का विवाद 2021 में राजस्थान में आयोजित होने वाली रीट परीक्षा के विज्ञापन के वक्त शुरू हुआ था जिसमें जीत प्राथमिक में B.ed भर्तियों को राजस्थान में पूरी तरह बाहर कर दिया था जिसके बाद राजस्थान के छात्र इस मामले को लेकर हाईकोर्ट पहुंचे थे राजस्थान हाई कोर्ट ने B.Ed के पक्ष में फैसला सुनाते हुए रीट में बीएड अभ्यर्थियों को भी आवेदन करने का मौका प्रदान किया था जिसके बाद राजस्थान की बीएसटीसी के छात्रों ने जय के सुप्रीम कोर्ट में ले जाने का मन बनाया और यह के सुप्रीम कोर्ट में ले गए जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में इस केस की काफी लंबी सुनवाई चली और इस केस में B.ed और बीएसटीसी मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को इस केस के फैसले को सुरक्षित रख लिया था कई महीने बीत जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में 11 अगस्त को एक बार फिर से इस केस की सुनवाई हुई जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने बीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए अपात्र माना और उन्हें प्राथमिक शिक्षक भर्ती से पूरी तरह बाहर कर दिया !

मध्य प्रदेश में बीएड अभ्यर्थी हुए बाहर

मध्यप्रदेश में आयोजित होने वाली प्राथमिक शिक्षक भर्ती में चयनित बीएड अभ्यर्थियों को अब बाहर कर दिया गया है क्योंकि मध्यप्रदेश में आयोजित प्राथमिक शिक्षक भर्ती में बीएड अभ्यर्थियों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अधीन स्वीकार किया गया था जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसला B.Ed के खिलाफ आने के बाद बीएड अभ्यर्थियों को मध्यप्रदेश में भी प्राथमिक शिक्षक भर्ती से पूरी तरह बाहर कर दिया गया !

 

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